दोस्तों, पिछले दिनों पद्मविभूषण शारदा सिन्हा जी का निधन हो गया। भोजपुरीगीतमाला उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उनके गाए गानों से भोजपुरी एवं मैथिली भाषा जिस तरह लोगों में लोकप्रिय हुई उसे भुलाया नहीं जा सकता है। इसी क्रम में भोजपुरीगीतमाला शारदा सिन्हा जी के गाए उन गीतों को प्रकाशित करता रहा है आगे भी करेगा। खास बात यह है कि शारदा सिन्हा जी के गाए गजल, गीत जो ज्यादा सुने नहीं गए उन्हें खास तौर से यहां प्रकाशित की जाएगी। तो बने रहिए भोजपुरी गीतमाला के साथ उनके गानों के लिए।
Friends, recently Padmavibhushan Sharda Sinha ji passed away. Bhojpuri geetmala pays tribute to him. The way Bhojpuri and Maithili language became popular among the people through the songs sung by him cannot be forgotten. In the same sequence, Bhojpuri Geetmala has been publishing the songs sung by Sharda Sinha ji and will do so in future also. The special thing is that the ghazals and songs sung by Sharda Sinha ji which are not heard much will be specially published here. So stay tuned to Bhojpuri Geetmala for his songs.
In this song the poet complains of a drunken or careless husband. He wants to say through the wife that the wife is saying that my husband does not respect me in any way. I swear by God that I do not see any good in my husband. He neither eats meat nor does he eat milk, curd, ghee. Eats only chutney and galka (cannabis ball). Whenever I warn him about it, he either avoids it or refuses it. My youth is coming to an end and I haven't got any married life till now. I can only hope now that God will give her wisdom. Otherwise I will die by burning someday.
गायक : छोटू छलिया (Singer: Chhotu Chhaliya) एल्बम : पारपंरिक, भोजपुरी, हास्य सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम ना चले वो सेनल्का भगवान कसम ना चले वो सेनल्का भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम मछरी मुर्गा ऊ कबहु न खावे दूध, दही, घी तऽ मानही न भावे, मछरी मुर्गा ऊ कबहु न खावे दूध, दही, घी तऽ मानही न भावे, चाटे चटनी औ गलका भगवान कसम चाटे चटनी औ गलका भगवान कसम सैंया मिलल मोर हलका भगवान कसम बड़े जतन से जन ओके बोलाई ऊ दिखाई दिए गलवा से लगाई बड़े जतन से जन ओके जगाई ऊ दिखाई दिए गलवा से लगाई बतिया टाल दिए गलका भगवान् कसम बतिया टाल दिए गलका भगवान् कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम बीती जाए हमरी जवनियां सूखा जाए देहिया के पनिया बीती जाए रे हमरी जवनियां सूखा जाए रे देहिया के पनियां जोवनवा जाए ढलका भगवान कसम जोवनवा जाए ढलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम लागवले बनी हम तऽ असरा बतिया बूझे ला सिफऱ् दिवसरा लागवले बनी हम तऽ असरा बतिया बूझे ला सिफऱ् दिवसरा कहियो दहन होई होलिका भगवान कसम कहियो दहन होई होलिका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम न चले वो सेनाल्का भगवान कसम न चले वो सेनाल्का भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम न चले वो सेनाल्का भगवान कसम सैंया मिला मोर हलका भगवान कसम
इस गीत में कवि ने एक शराबी या लापरवाह पति की शिकायत की है। वह पत्नी के माध्यम से कहना चाहता है कि पत्नी कह रही है कि मेरा पति मुझे किसी भी तरह इज्जत नहीं देता। मैं भगवान की शपथ खाकर कहती हूं कि मुझे मेरे पति में कोई भी अच्छाई नजर नहीं आती है। वह न तो कभी मांसाहार करता है और ना ही दूध, दही, धी ही खाता है। सिर्फ चटनी और गलका(भांग का गोला) खाता है। जब भी उसे इससे सचेत करती हूं तो वह उसे टाल जाता है या मना कर देता है। मेरी जवानी खत्म होती जा रही है और मुझे अभी तक कोई वैवाहिक जीवन का सुख नहीं मिला है। मैं तो सिर्फ अब आशा ही कर सकती हूं कि भगवान उसे बुद्धि दे। नहीं तो किसी दिन जल कर मर जाऊंगी।
अब आप मुझे इन दो ईमेल आईडी पर मैसेज कर सकते हैं। 1. अपनी पसंद की गानों की फरमाइश भेज सकते हैं। गाने भेजने के लिए इसकी पूरी एक लाइन, गायक/गायिका का नाम, और अगर एल्बम या फिल्म का नाम पता हो तो अच्छा।
ईमेल है: info@bhojpurigeetmala.in
2. आप इस वेबसाइट पर क्या अच्छा चाहते हैं। अपने सुझाव भी भेज सकते हैं।
दोस्तों, अभी तक आपने इस साइट पर निर्गुण, चैता, भजन ही सुने। अब भोजपुरी और मैथिलि के गानों में विभिन्न तरह के गाने पढ़ने और सुनने को मिलेंगे | इसलिए भोजपुरिगीतमाला के साथ बने रहिये |
No comments