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Raam Dulari Lavni Mein Taadi Is Maithili Chahatgar Song (Hum Sasure Mein Rahvai) Lyrics Sung By Hemkant Jha, Sarbjeet. This Song Is Written By Arvind Kumar While Music Composed By Yusuf Khan. It’s Released By T-Series.
एल्बम - हम ससुरे रहबै (Album: Hum Sasure Mein Rahvai)
गायक - हेमकांत झा, सर्वजीत (Singer: Hemkant Jha, Sarbjeet)
गीतकार- अरविन्द कुमार ( Lyrics: Arvind Kumar)
म्यूजिक - युसूफ खान (Music: Yusuf Khan)
लेबल: टी-सीरीज (Lable: T-Series )
गे राम दुलारी
की छौ रे भोला
गे किछु बांचल छौ
हां रे हां बहुते बांचल छौ
राम दुलारी लवनी में ताड़ी हे
राम दुलारी कटिया में ताड़ी
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे
राम दुलारी लवनी में ताड़ी हे
राम दुलारी कटिया में ताड़ी
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे
राम दुलारी हाय
काइल्ह खन पीलौं से मुंह अय भक्क
भोरे सं आंख दुनु करे चकाचक
काइल्ह खन पीलौं से मुंह अय भक्क
भोरे सं आंख दुनु करे चकाचक
मुंह धोयब तनि जल्दी सं आइन दे
घर में बचल छौ सेहे तु आइन दे
मुंह धोयब तनि जल्दी सं आइन दे
घर में बचल छौ सेहे तु आइन दे
नय देबें त बुझ गे गोरी
नय देबें त बुझ गे गोरी
कटबौ दुनु ठोर गे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे
राम दुलारी हाय
बकरी बाजे पों पों मोटर बाजे में
उल्टा के सीधा करै कें कें
बकरी बाजे पों पों मोटर बाजे में
उल्टा के सीधा करै कें कें
हमहूं जेबै भौजी के आनबै
अप्पन परान बुझि छाति लगेबै
हमहूं जेबै भौजी के आनबै
अप्पन परान बुझि छाति लगेबै
कत सुत छैं उठ गे गोरी
कत सुत छैं उठ गे गोरी
घर में पैसिलौ चोर गे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे
राम दुलारी हाय
देख देख बुढ़वा सब मारै छौ आंखि
तोरा करेजा में लाइग गेलौ पांखि
देख देख बुढ़वा सब मारै छौ आंखि
तोरा करेजा में लाइग गेलौ पांखि
हम जे कहै छियो बात तू मानि ले
बूढ़ आ कान के घर में तू आनि ले
हम जे कहै छियो बात तू मानि ले
बूढ़ आ कान के घर में तू आनि ले
मालिश क दे देहक गोरी
मालिश क दे देहक गोरी
अंग टूटैछे पोरे पोर गे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे
राम दुलारी हाय
राम दुलारी लवनी में ताड़ी
राम दुलारी कटिया में ताड़ी
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे
राम दुलारी लवनी में ताड़ी
राम दुलारी कटिया में ताड़ी
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
हमरा पिया दे भोरे भोर गे हे हे
इस गाने का भाव है: सुबह सुबह जिन्हें ताड़ी, दारू आदि पीने की आदत है वे किस तरह अपनी अभिव्यक्ति करते हैं वह बताता है। एक ताड़ी पीनेवाला सुबह सुबह राम दुलारी नाम की युवती के पास जाकर उससे ताड़ी मांगता है। साथ ही उसे चेतावनी भी देता है कि अगर वह उसे ताड़ी नहीं देगी तो वह उसका होंठ काट लेगा। वह रामदुलारी को घर में चोर घुसे होने का भी डर पैदा करता है ताकि वह उसे ताड़ी लाकर दे।
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