In this song the poet says that time does not belong to anyone. Even the greatest of great people bow down before time. So live with love an...
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In this song the poet says that time does not belong to anyone. Even the greatest of great people bow down before time. So live with love and affection as much as possible. Just as the Mordhwaj king killed his son Tamradhwaj by using a saw. (Read the full story here) Similarly, Sudama became a beggar even with his dear friend Krishna. King Harishchandra lost all the palace and sold it to his own queen. Worked at Dom. Due to time, man's effort decreases. That is why the war of Mahabharata took place. Dada Bhishma was disarmed by the eunuch in the battle field. So know the time.
फिल्म : जिंदगी जतन से रख
गायक : राधेश्याम रसिया
गीतकार: गजेन्द्र
संगीतकार: जे पी सिंह
लेबल: नीलम कैसेट्स
समय केहू के ना छोड़ले
प्रेम वे इंसान के इंसान के
प्रेम वे इंसान के महान बना देला
प्रेम वे इंसान के शैतान बना देला
प्रेम वे इंसान के हैवान बना देला
प्रेम वे इंसान के महान बना देला
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
जे जे बनल वीर ओकरे के लाचार कइले बा रे बा रे
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय के नाच राजा मोरध्वज के नचवले
ताम्र घ्वज बेटवा पर आड़ा चलवले
समय के नाच राजा मोरध्वज के नचवले
ताम्र ध्वज बेटवा पर आड़ा चलवले
विप्र सुदामा के समइया ऐ भैया
विप्र सुदामा के समइया इ भिखार कइले बा रे बा रे
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय के पाके हरिश्चंद्र भइले रानी
राजपाट छोड़ि दिहले बेचले आप रानी
समय के पाके हरिश्चंद्र भइले रानी
राजपाट छोड़ि दिहले बेचले आप रानी
समय डोकिहन राजा के
समय डोकिहन राजा के बैपार कइले बा रे बा रे
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय के कारन से रहल ना पूर सारथ
समइये करवलस त भइल महाभारथ
समय के कारन से रहल ना पूर सारथ
समइये करवलस त भइल महाभारथ
दादा भीष्म के हिजड़ा इ
दादा भीष्म के हिजड़ा इ लाचार कइले बा रे बा रे
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
आइल समैइया त बनवास भइले राम के
दशरथ सुनले त चलले सुरधाम के
आइल समैइया त बनवास भइले राम के
दशरथ सुनले त चलले सुरधाम के
रसिया राधेश्याम प्रभु के
पांडे धुरेंधर प्रभु के पुकार कइले बा रे बा रे
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
जे जे बनल वीर ओकरे के
जे जे बनल वीर ओकरे के
लाचार कइले बा रे बा रे
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
समय केहू के ना छोड़ले बा बेकार कइले बा
इस गीत में कवि कहता है कि समय किसी का नहीं होता। महान से महान व्यक्ति भी समय के आगे नतमस्तक हो जाता है। इसलिए प्रेम व स्नेह से जितना हो सके रहें। जिस तरह मोरध्वज राजा ने अपने बेटे ताम्रध्वज को आरा चला कर मार दिया। (पूरी कहानी यहां पढ़ें ) वैसे ही सुदामा अपने प्रियमित्र कृष्ण के रहते हुए भी भिखारी बन गए। राजा हरिश्चंद्र तो राजपाट सब खोकर अपनी ही रानी को बेचा। डोम के यहां नौकरी की। समय के कारण ही व्यक्ति में पुरुषार्थ कम हो जाती है। इसी कारण महाभारत का युद्ध हुआ। दादा भीष्म को हिजड़ा ने युद्ध स्थल में नि:शस्त्र कर दिया। इसलिए समय को पहचानो।
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