Kitna Rangeen Nazara Is Hindi Ghazal (Sharda Sinha) Lyrics Sung By Sharda Sinha . This Song Is Written By Jafar Parvej, Aashik Hanif, Gopal...
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Kitna Rangeen Nazara Is Hindi Ghazal (Sharda Sinha) Lyrics Sung By Sharda Sinha. This Song Is Written By Jafar Parvej, Aashik Hanif, Gopal Singh Nepali, Ashad Mohammad Khan, Abdul Hamid, Phirak Gorakhpuri & B.L.Mathur While Music Composed By Ved Sethi. It’s Released By T-Series.
एल्बम: किसी की याद (Album: Kisi Ki Yaad)
गायक: शारदा सिन्हा (Singer: Sharda Sinha)
गीतकार: जफर परवेज, गोपाल सिंह नेपाली, आशिक हनीफ, अशद मोहम्मद खान, अब्दुल हमीद, फिराक गोरखपुरी, बी एल माथुर ( Jafar Parvej, Aashik Hanif, Gopal Singh Nepali, Ashad Mohammad Khan, Abdul Hamid, Phirak Gorakhpuri & B.L.Mathur)
संगीतकार: वेद सेठी (Music: Ved Sethi)
लेबल: टी-सीरीज (Lable: T-Series)
कितना रंगीन नजारा मौसम है प्यारा प्यारा
कितना रंगीन नजारा मौसम है प्यारा प्यारा
फिर भी मेरा जी ना लागे रे लागे रे लागे रे
लागे रे लागे रे
मौसम है प्यारा प्यारा कितना रंगीन नजारा
मौसम है प्यारा प्यारा कितना रंगीन नजारा
फिर भी मेरा जी ना लागे रे लागे रे लागे रे
लागे रे लागे रे
ये ऊंचे-ऊंचे पर्वत झरनों के गीत सुरीले
नदिया का बहता पानी पंछी ए रंग-रंगीले
ये ऊंचे-ऊंचे पर्वत झरनों के गीत सुरीले
उड़ते हुए काले बादल जैसे नयनों में काजल
उड़ते हुए काले बादल जैसे नयनों में काजल
फिर भी मेरा जी ना लागे रे लागे रे लागे रे
लागे रे लागे रे
पेड़ों के साए घनेरे छाए घनघोर अंधेरे
ये पवन चले हौले-हौले नैया मौजों से खेले
पेड़ों के साए घनेरे छाए घनघोर अंधेरे
भौंरा फूलों पे डोले कलियों के घूंघट खोले
भौंरा फूलों पे डोले कलियों के घूंघट खोले
फिर भी मेरा जी ना लागे रे लागे रे लागे रे
लागे रे लागे रे
ये ऊंचे-ऊंचे पर्वत झरनों के गीत सुरीले
नदिया का बहता पानी पंछी ए रंग-रंगीले
ये ऊंचे-ऊंचे पर्वत झरनों के गीत सुरीले
उड़ते हुए काले बादल जैसे नयनों में काजल
उड़ते हुए काले बादल जैसे नयनों में काजल
फिर भी मेरा जी ना लागे रे लागे रे लागे रे
लागे रे लागे रे
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